वाशिंगटन/एजेंसी: सेन्ट्रल फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में भारतीय मूल के वैज्ञानिक देवाशीष चन्दा व उनकी टीम ने मिलकर ऐसी तकनीक बनाई है जिसका उपयोग इंसान के बाल से भी हल्का व महीन डिस्प्ले बनाने में किया जा सकता है। इस तकनीक की मदद से सामान्य कपड़ों का रंग भी बदला जा सकता है और कम बिजली से चलने वाले हल्के ई-स्क्रीन रीडर भी बनाये जा सकते हैं। यह एक ऐसा लचीला डिस्प्ले है जो प्रकाश का कुछ भाग सोख लेता है तथा कुछ भाग परावर्तित कर देता है। डिस्प्ले के लिए जो वोल्टेज चाहिए वह बहुत ही हल्के व इंसान के शरीर के लिये सुरक्षित हैं। एक छोटी सी बैटरी के द्वारा यह प्रक्रिया पूरी होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार डिस्प्ले का रंग बदलने की यह क्षमता वोल्टेज में आये उतार-चढ़ाव से हासिल की जाती है। यह तकनीक लाल, हरे और नीले रंग के सम्मिश्रण से पैदा होने वाले सभी रंग बना सकती है। भविष्य में इसका उपयोग सैनिकों को युद्ध में दुश्मन से छिपाने के लिये रंग बदलने वाले कपड़े बनाने में भी किया जा सकेगा।