* एटा में ए0डी0एम0 कार्यलय बना भ्रष्टाचार का अडडा, चढता है मोटा चढावा।
* भडके बोल: ए0डी0एम0 नें कहा ऐसे ही होगी वसूली क्या कर लोगे??
* उ0प्र0 के एटा जनपद में खुले आम हैसियत प्रमाण पत्र व चरित्र प्रमाण पत्र के नाम पर अपर जिला अधिकारी महेश कुमार अपने ही कार्यालय में स्वयं बैठकर करा रहे हैं बिना रसीद वाली लाखों की वसूली।
उ0प्र0 में आबकारी विभाग की नीति क्या बदली कि कलैक्ट्रेट, तहसील, पुलिस, थानों में तैनात कर्मचारियों व थाना अध्यक्षों की मौज आ गयी उनके द्वारा हैसियत प्रमाण पत्र व चरित्र प्रमाण पत्र बनवानें वालों से सुविधा शुल्क के नाम पर कलैक्ट्रेट कर्मी, तहसील कर्मी, विभिन्न थानो के पुलिस कर्मियों द्वारा 2000 से 10000 तक रेट निर्धारित कर दिए गए हैं। सुविधा शुल्क न देने वालों के फार्म पर पुलिस कर्मी तहसील कर्मी व कलैक्ट्रेट कर्मियों द्वारा गलत रिपोर्ट लगानें की धमकी दे कर खुले आम अबैध वसूली
की जा रही है।
आज तो इस चल रहे भ्रष्टाचार ने सभी सीमाएं ही तोड दीं जब कलैक्ट्रेट स्थित अपर जिला अधिकारी महेश चन्द्र शर्मा के कार्यालय पर खुले आम की जा
रही अवैध वसूली का एक युवक नें विरोध किया और पैसे लेते हुए कर्मचारियों की वीडियो रिकार्डिंग कर ली और उक्त अवैध वसूली की शिकायत जिला अधिकारी व मीडिया से फोन से की गयी तो उन्होनें जांच हेतु अपर जिला अधिकारी महेश चन्द्र को भेजा और जब उनको अवैध वसूली के बारे में बताया गया और वीडियो की जानकारी दी तो वह बौखला गए और उन्होनें कहा कि वीडियो रिकर्डिंग कर ली है तो क्या कर
लोगे ऐसे ही वसूली होगी ??
सरकार द्वारा आबकारी नीति में बदलाव ला कर बदली हुई नीति में दुकान लेनें बाले युवक के लिए दुकान की कीमत की हैसियत होना आवश्यक कर दिया है जिसके बाद शराब कारोबारी व ठेकेदार, दुकान लेनें वाले सभी हैसियत प्रमाण-पत्र बनाने वाले कार्यालय में हैसियत प्रमाण पत्र बनवानें के लिए टूट पडे। एक एक दिन में सैंकडो आवेदन आने व सम्बन्धित पटल द्वारा आवेदनों को
तहसील न भेजे जानें से आवेदको में हडकम्प मच गया और सब अपनी अपनी फाइलें भिजवानें के लिए लोगो से 200 से300 रूपये तक की वसूली के बाद ही फाइले
भेजी जानें लगी। इसी क्रम में सभी पटलों पर अपने-अपनें निर्धारित मूल्य की वसूली की जानें लगी।
प्रदेश में भले ही योगी सरकार भ्रष्टाचार के लिए मुहिम चला रही हो किन्तु एटा में योगी का बिल्कुल भी खौफ नजर नहीं आ रहा इसका उदाहरण बीते दिन हैसियत प्रमाण पत्र बनानें में वसूली नामक खबर हिन्दुस्तान समाचार पत्र में पृष्ठ न0 3 पर प्रमुखता से छापी थी किन्तु जिला अधिकारी द्वारा वहां तैनात पुष्पेन्द्र नामक युवक को हटाने की बात कही थी किन्तु
आज अपर जिला अधिकारी की मौजूदगी में उसी से खुले आम वसूली करते हुए वीडियो में कैद किया गया।
जिला अधिकारी एटा अमित किशोर नें अवैध वसूली पर बताया कि हैसियत प्रमााण पत्र में रेड क्रास व राइफल्स क्लब की रसीदें काटी जा रही है। किन्तु उनकी यह बात उस समय सही नही लगती जब प्रमाण पत्र लेनें वालों को न तो रेड क्रॉस की रसीदे दी जा रही है व न ही राइफल्स क्लब की जबकि उनसे प्रति प्रमाण पत्र पांच हजार से दस हजार रूपये लिए जा रहे है। खुलेआम अपर जिलाधिकारी की वसूली कराने की धमकी चर्चा का विषय बनी हुई है।