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Wednesday, June 6, 2018

Online Money Making Ideas And Tricks

Online Money Making Ideas And Tricks
Internet ने अर्निंग के नए दरवाजे खोल दिए हैं।  घर बैठे इंटरनेट के द्वारा ऑनलाइन मार्केटिंग, राइटिंग, e-tution, Blogging आदि के द्वारा पैसा कमाया जा सकता है।  कमाई के कुछ तरीके यहाँ दिए गए हैं। …………
1. E-commerce: दुनिया के ई-कॉमर्स व्यव्साय का हिसाब- किताब रखने वाली कंपनी emarketer.com के अनुसार इंटरनेट के उपयोग के मामले में भारत का स्थान तीसरा है। हमारे यहाँ इंटरनेट का उपयोग करने वाले 10 यूजर्स में से सिर्फ दो यूजर्स ही ऑनलाइन खरीदारी करते हैं। आज भारत में जो ऑनलाइन व्यवसाय होता है, वह चीन में होने वाले व्यवसाय का मात्र 80वां हिस्सा ही है। सन् 2014 के अंत तक चीन में 25,57,760 करोड़ का ऑनलाइन व्यवसाय , अमेरिका में 18,33,900 करोड़ का व्यवसाय हुआ, जबकि भारत में सिर्फ 31,800 करोड़ रुपये का ऑनलाइन व्यवसाय हुआ। एक बड़ी आबादी तक आज भी इंटरनेट की पहुँच न होना, इंटरनेट की धीमी गति और बदतर ग्राहक सेवा के कारण ऑनलाइन व्यवसाय की स्थिति ख़राब है। लेकिन धीरे-धीरे भारत का ऑनलाइन कारोबार गति पकड़ रहा है। बहुत सारी छोटी-बड़ी कम्पनियाँ, ई-कॉमर्स के माध्यम से घर बैठे ही उपभोक्ताओं तक अपनी पहुँच बना रही हैं। आज हम बस एक क्लिक पर ही अपनी पसंद का सभी सामान घर बैठे आर्डर देके मंगा सकते हैं। हमें मार्किट तक जाने की जरूरत नहीं है। आज मध्यवर्ग चिल्लचिलाती धुप में घर से बाहर जाना पसंद नहीं करता, वह जरूरत का सारा सामान बस स्मार्ट फ़ोन पर देखकर ही मंगा लेता है। यही कारण है कि दिल्ली-गुडगाँव जैसे शहर से शुरू हुई ये कंपनियां अब देश अन्य शहरों में छा जाने को तैयार खड़ी हैं। जिसकी जीती जागती मिशाल "ग्रॉफर" जैसी कंपनी है, जो सिर्फ 18 महीने पहले दो युवा इंजीनियरों सौरभ कुमार और अरविंदर ढींढसा द्वारा शुरू की गयी थी। एक वर्ष पहले तक यह कंपनी केवल 3000 आर्डर प्रति सप्ताह का ही संचालन करती थी, आज यह कंपनी 6000 ऑर्डर प्रतिदिन की योजना पर काम कर रही है। यह सिर्फ 90 मिनट के अंदर किराना का सामान घरों तक डिलीवर कर देती है। इसे प्रति आर्डर 6 रुपये मिलते हैं, जो पर्याप्त हैं। व्यापारी स्मार्ट फ़ोन के जरिये ग्राहक और बाइकर्स के साथ कांटेक्ट में रहते हैं।
computer
 Snapdeal.comAmazon.comebay.com और alibaba.com आदि बहुत सारी कम्पनियाँ सफलता पूर्वक अपना व्यवसाय चला रही हैं। इन सभी कम्पनियों की शुरुआत बहुत ही छोटे स्तर से हुई थी, लेकिन आज इन कम्पनियों का टर्नओवर करोङो में है। Tata Group के मालिक स्वयं रतन टाटा भी निजी रूप Snapdeal जैसी अनेक कंपनियों में अपना निवेश कर  चुके हैं। अभी भी ई-कॉमर्स में भारत में अपार संभावनाएं मौजूद हैं। एक अनुमान के मुताबिक भारत में इस वक्त तक 12 करोड़ स्मार्ट फ़ोन धारक हैं जो जल्द ही साठ करोड़ हो जायेंगे। आप इन कंपनियों की साइट्स पर साइन अप करके भी अपना सामान बेच सकते हैं। बाद में जब आपका बिज़नेस चल जाये तो आप स्वयं की भी बेबसाइट बनवाकर प्रोडक्ट को बेच सकते हैं।
2. E-tution: अगर आपकी किसी भी विषय में अच्छी पकड़ है, और आप कुछ घंटे नियम से इंटरनेट पर बिता सकते हैं तो ई-ट्यूशन आपके लिए बेहतर रहेगा।  इसके लिए आपको ई-ट्यूटर, ट्यूटर विस्ता, स्मार्ट थिंकिंग और ट्यूटर डॉट कॉम पर साइन उप करना होगा कोच के रूप में अच्छी पहचान बना लेने पर आप वेबिनार (इंटरनेट पर सेमिनार में लेक्चर देना)  भी आयोजित कर सकते हैं।  कॉलेज और यूनिवर्सिटी के लोग वेबिनार में एंट्री के लिए  पैसे खर्च करते हैं।

3. Freelancing and Crowd funding: अगर  आपके पास कोई भी बिज़नेस आईडिया या कोई भी योजना है और पैसे की वजह से आप अपना सपना पूरा नहीं कर पा रहे हैं, तो फिर फिक्र छोड़िये।  अनेक क्राउड फंडिंग कंपनियों की मदद से आप पैसे का जुगाड़ कर सकते हैं।बस आपको सिर्फ इतना करना है कि क्राउड फंडिंग करने वाली कंपनी (जैसे - Kickstarter.com और Wishberry.com) की साइट पर जाकर Free में अकाउंट बनाना है। कुछ कंपनियां इस काम के पैसे भी वसूल करती हैं।
इन साइट्स पर आपको विस्तार से अपने प्रोजेक्ट के बारे में बताना पड़ेगा।  अपने प्रोजेक्ट की वीडियो भी अपलोड करनी होगी। अगर प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ तो जमा की गयी रकम वापस नहीं होगी। प्रोजेक्ट पूरा होने पर ये कंपनियां कुल जमा राशि का पांच फीसदी शुल्क इसी इसी फण्ड से लेती हैं।  कन्नड़ फ़िल्मकार पवन कुमार ने सामाजिक मुद्दे पर बनी फिल्म "लुसिया" के लिए 10 दिन में 51 लाख रुपये इसी माध्यम से जुटाए।  भारतीय आइस हॉकी टीम ने कुवैत जाने के लिए भारतीय क्राउड फंडिंग साइट पर लोगों से साढ़े तीन लाख चंदा देने की अपील की थी। नौ दिन के अंदर टीम के पास पांच लाख रकम जमा हो गयी।
थ्री डी प्रिंटिंग पेन और क्रेयस स्मार्ट वाच क्राउड फंडिंग की ही देन है।


4. Blogging: अगर आपके अंदर लिखने की इच्छाशक्ति है और आप लिखने के साथ पैसा भी कामना चाहते हैं तो आप ब्लॉग बना सकते हैं।  इसके लिए बस आपको कंप्यूटर और इंटरनेट की बेसिक जानकारी होनी चाहिए।  जिस विषय पर आपको लिखना है उस विषय पर आपकी पकड़ अच्छी होनी चाइये। अच्छा लिखकर और अपने Blog पर विजिटर की संख्या बढाकर और अपने Blog पर एडवर्सिंग स्पेस बनाकर आप कमाई भी कर सकते हैं।  शुरुआत में यह इनकम विजिटर की संख्या के हिसाब से कम  भी हो सकती है।  लेकिन जैसे - जैसे आपके Blog पर विज़िटर्स बढ़ते जाएंगे, आपकी इनकम भी बढ़ती जाएगी।  बस आपको थोड़ा धैर्य रखना पढ़ेगा।  
1. How to select a Blog ? : सबसे पहले यह देख लें कि आप यह ब्लॉग क्यों और किसके लिए बना रहे हैं ? अगर आपका blog पॉपुलर हो जाता है तो आप पैसे भी कमा  सकते हैं।  ब्लॉग पैसे कमाने के साथ- साथ नॉलेज शेयर और अच्छे राइटर के तौर पर खुद को स्थापित करने का एक वेहतऱीन जरिया है।  किसी भी Blogger के लिए सबसे जरूरी होता है कि  Blog पर रीडर को अट्रैक्ट करना।  इसलिए सबसे पहले आप उस विषय पर लिखें जिस पर आपकी command अच्छी हो।  Blog  का नाम भी विषय से मिलता- जुलता होना चाहिए।
2. How to start the Blogging? : अगर आप फ्री में ब्लॉग बनाना चाहते हैं Wordpress.comBlogger.comBlog.comTumblr.com आदि websites से मदद ले सकते हैं।  सबसे पहले साइन अप करना पढता है। साइन अप के समय ही e-mail address तथा ब्लॉग का नाम भी डालना पढता है।  सबसे ख़ास बात यह है कि Wordpress, Blogger, Tumblr जैसी साइट्स से टॅब्लेट्स तथा स्मार्ट फ़ोन से भी ब्लॉग को अपडेट रख सकते हैं।  अगर लम्बे समय तक Blog लिखना चाहते हैं तो Kingsoft या फिर WPS का ऑफिस सूट यूजफुल हो सकता है।  इन एप्प में पावरफुल राइटिंग टूल्स हैं और यह ऍप्स बिलकुल फ्री हैं।  जब आप स्मार्ट फ़ोन का यूज करते हैं तो आपको पावरफूल Image Editor की भी जरुरत पढ़ेगी। बेसिक एडिटिंग और इफेक्ट्स के लिए आप Piksler और Snapseed एप्प का इस्तेमाल कर सकते हैं।  वर्ड मीनिंग आदि के लिए फ्री डिक्शनरी एप्प की मदद ले सकते हैं।  इसके लिए क्लाउड स्टोरेज के लिए आप ड्रॉपबॉक्स या गूगल ड्राइव नोट्स को सेव या सिंक के लिए एवरनोट और सोशल मीडिया अकाउंट को मैनेज करने के लिए हुितसुित का यूज कर सकते हैं।  Wordpress जैसी साइट्स Blogger को यह सुविधा भी देती हैं कि वे जब चाहे फ्री ब्लॉग से अपनी खुद की साइट पर शिफ्ट हो सकते हैं। जब आप खुद के Domain और Hosting के लिए खर्च करते हैं तो उस पर दिए गए कंटेंट पर आपका अधिकार होता है, लेकिन Free ब्लॉग पर फंक्शनैलिटी और कंट्रोल सीमित होता है।  हो सकता है की उनके टर्म के मुताबिक कुछ समय के बाद Blog से आपके contents को Delete कर दिया जाये। इस तरह Free  ब्लॉग पर आपका कंटेंट्स भी आपका अपना नहीं होता है।  
3. विजिटर को ब्लॉग पर बनाये रखना: विज़िटर्स को ब्लॉग पर अट्रैक्ट करने में थोड़ा समय लगता है, किन्तु थोड़ी मेहनत करके हम विज़िटर्स की संख्या बढ़ा सकते हैं।  इसके लिए न सिर्फ आपको ब्लॉग पर रेगुलर पोस्ट करना होगा बल्कि समसामयिक टॉपिक्स पर भी लिखना होगा। इसके अलावा आपका Blog ज्यादा सर्च हो इसके लिए आपको सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) टूल्स को अपनाना होगा। इसके लिए उससे रिलेटेड उपर्युक्त की-वर्ड्स, टैग्स, टेक्स्ट के साथ लिंक करना होगा ताकि सर्च इंजन के जरिये भी विज़िटर्स आपके Blog को सर्च कर सके।  Social Media पर भी अपने Blog पोस्ट के लिंक को छोटी समरी के साथ Facebook, Linkedin और Twitter पर पोस्ट करें।  इससे आपका ब्लॉग सर्च इंजन पर जल्दी ही सर्च होने लगेगा। आप विजिटर्स से e-mail address मांग सकते हैं और जब आप अपने ब्लॉग को अपडेट करे तो उन्हें अपडेट मेल कर सकते हैं।  इसके अलावा कोई साइन अप करता है तो उसके लिए Free Gift की व्यवस्था कर सकते हैं।  यह फ्री गिफ्ट सब्जेक्ट से रिलेटेड फ्री E-Books आदि हो सकते हैं।  आप अपने ब्लॉग के अपडेट को सब्सक्राइबर को ईमेल के जरिये भी भेज सकते हैं। इसके लिए मेलचिम्प डॉट कॉम (mailchimp.com) की हेल्प ले सकते हैं। इससे आप २००० से कम सब्सक्राइबर को फ्री में मेल भेज सकते हैं।  इसके अलावा आप यूजर के कमेंट्स का जबाब अवश्य दें और उन्हें प्रोत्साहित करें कि वे अपने नेटवर्क पर आपके पोस्ट को शेयर करें।  
4. ब्लॉग के साथ प्लगइंस: अगर आप अपने ब्लॉग पर प्लगइंन्स को जोड़ देते हैं, ब्लॉग की फंक्शनैलिटी बढ़ जाती है।  अगर आप वर्डप्रेस Blog पर हैं तो वर्डप्रेस एसईओ, गूगल एनालिटिक्स, वोर्डफेंस (सिक्योरिटी के लिहाज से), एकिस मैट (स्पामचेकेर) और नेस्टजेन गैलरी (इमेज गैलरी टूल्स) कुछ पॉपुलर प्लगइंन्स हैं। इसके साथ आप अपने ब्लॉग के साथ Social Networking Tools, विजेट, एडमिन, असिस्टेंटस, कमेंट मॉडरेशन, कॅप्चा और कांटेक्ट फॉर्म आदि भी को-एड कर सकते हैं।
5. Power of analytics: जब आप ब्लॉग शुरू करते तो विज़िटर्स को ट्रैक करने के साथ-साथ वे किस टॉपिक्स को पसंद करते हैं, उन्हें जानना आपके लिए जरूरी हो जाता है। इसके लिए आप एनालिटिक्स टूल्स की मदद ले सकते हैं। अगर आप न्यू ब्लॉगर हैं तो आप गूगल एनालिटिक्स की मदद ले सकते हैं।  यह विज़िटर को समझने में हेल्प करेगा।  इसके लिए आपको अपने ब्लॉग से ट्रैकिंग कोड को ऐड करना होगा।  अगर आप गूगल एनालिटिक्स सर्विस  के लिए साइन  इन करते हैं तो गूगल आपको इसके लिए दिशा निर्देश देता है कि कैसे आप गूगल एनालिटिक्स को एड कर सकते हैं।  
6. Advertising: आप अपनी Websites या ब्लॉग पर Advertising के लिए स्पेस भी बेच सकते हैं और ऐसी स्थिति में यदि विसिटर्स द्वारा ऐड पर क्लिक किया जाता है तो हर क्लिक के हिसाब से पैसा भी कमाया जा सकता है।  ऐड की प्लेसिंग और सॉर्टिंग मुफ्त है।  पे-पर क्लिक विज्ञापनों का लाभ आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक लेवल पर निर्भर करता है।  ट्रैफिक लेवल को बढ़ाने  के लिए ब्लॉग पर डेली पोस्ट के अलावा ब्लॉग का डेली सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन भी करते रहना होगा।  इस तरह से ब्लॉग से अर्न करने में कुछ महीने का समय लग सकता है। यह न सोचे कि ब्लॉग पर साइन अप करते ही तुरंत पैसा बरसना चालू हो जायेगा।  इसके लिए Google.com/adsense सबसे सही रास्ता है।  Google Adsense के आलावा कुछ अन्य जैसे bidvertiser, textlink ads और Blogads भी हैं।  ऑनलाइन एडवरटाइजिंग के अन्य स्वरुप डायरेक्ट बैनर्स  और आर एस एस पर भी हैं।  इन पर साइन अप करने के बाद आप स्टेप बाई स्टेप दिए गए निर्देशों का पालन करें।  उसके बाद कोई विज़िटर गूगल द्वारा दिए गए एड पर क्लिक करता है तो गूगल मंथली बेसिस पर (एक खास अमाउंट के बाद) पेमेन्ट करता है।  अगर कोई Brand आपके Blog पर ad पोस्ट करने के लिए एप्रोच करे तो उससे वीकली या प्रति दिन के हिसाब से चार्ज कर सकते हैं।  कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि अगर किसी Blog पर एड ज्यादा हो तो विज़िटर उस Blog से हटना ही पसंद करता है।  यह भी ध्यान रखें।
5. Professional/Business writing(व्यावसायिक लेखन) अथवा वेबराइटिंग: अगर आपके अन्दर लिखने की क्षमता है और आप कुछ नया, आकर्षक तथा प्रभावपूर्ण लिख सकते है तो आप वेब राइटिंग या बिज़नस राइटिंग को अपना करियर बना सकते हैं। आप ऑनलाइन मीडिया या विभिन्न वेबसाइट के लिए कंटेंट लिख सकते हैं, आप दूसरों के ब्लॉग, वेबसाइट, हीलियम या पेपरपोस्ट के लिए भी लिख सकते हैं। ई-बुक लिखना भी एक बेहतर विकल्प है। अगर आपके पास भाषा की अच्छी पकड़ है तो आप कॉपी एडिटर का काम कर सकते हैं, जहाँ webmaster आपको अच्छी कीमत दे सकते हैं। आज के प्रतिस्पर्धी युग में ज्यादातर कंपनियों की अपनी-अपनी वेबसाइट होती हैं जिनके लिए अच्छा कंटेंट लिखने वाले पेशेवरों की आवश्यकता होती है, जिससे वेबसाईट पर विसिटर की संख्या बड़े और कंपनी के बिज़नस में भी बढोतरी हो सके। एक अच्छा कंटेंट वेबसाइट को विभिन्न सर्च इंजनों जैसे google.com, yahoo.co.in, bing.com तथा ask.com पर टॉप रैंकिंग दिला सकता है। 
1. वेबराइटिंग के लिए निवेश की आवश्यकता: वेब राइटिंग के लिए कोई निवेश नहीं करना पड़ता है। इसमें प्रिंटिंग या शिपिंग की कोई कॉस्ट नहीं आती है। इसके लिए बस आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप और एक इन्टरनेट कनेक्शन होना चाहिए
2. कौन सा इन्टरनेट कनेक्शन ठीक रहेगा: इन्टरनेट कनेक्शन के लिए आप RelianceJio का 4G, Airtel 4G या फिर BSNL (Bharat Sanchar Nigam Limited) का ब्रॉडबैंड कनेक्शन ले सकते हैं। इनकी स्पीड काफी फ़ास्ट हैं। बी.एस.एन.एल. का 5 जी भी मार्किट में आने वाला है जिसकी घोषणा कंपनी द्वारा की जा चुकी है। 
3. वेब रायटर के लिए शैक्षणिक योग्यता: एक सफल बेबरायटर बनने के लिए किसी शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं पड़ती। लेकिन इसकी डिमांड को देखते हुए कुछ संस्थान इसके लिए शोर्ट टर्म ऑनलाइन कोर्स शुरू कर चुके हैं। इसके लिए अच्छी राइटिंग स्किल, व्याकरण की समझ, भाषा की अच्छी पकड़ और साथ ही कंप्यूटर और इन्टरनेट का ज्ञान अति आवश्यक हैं। एक सफल वेब रायटर के लिए अपना कंटेंट सर्च इंजन के अनुसार बनाना होता है। उसे सर्च इंजन औप्टीमायजेसन(SEO) की अच्छी समझ होनी चाहिए। जिससे कंटेंट अपनी ओर रीडर को आकर्षित कर सके। उसके अन्दर खुद का कंटेंट लिखने की अच्छी समझ होनी चाहिए। उसे कॉपी और पेस्ट से बचना चाहिए
4. वेब रायटर की इनकम: वेब रायटिंग के क्षेत्र में शुरुआत में 15 से 20 हजार रुपये आसानी से कमाए जा सकते है। जबकि अनुभव के साथ आपकी इनकम 25 या 30 हजार या उससे ज्यादा भी जा सकती है। फ्रीलांसर के तौर पर आप प्रति आर्टिकल 1000 से 5000 तक आसानी से कमा सकते हैं।     
Business  Writing 
6. Buy-Sell of Domain name:  घर बैठे पैसा कमाने का एक साधन यह भी है कि आप domain name को पंजीकरण शुल्क में या कम पैसे में खरीद सकते हैं और उसे लाभ कमाते हुए ज्यादा दाम में बेच भी सकते हैं। आप  godaddy.com पर जाकर केवल 99 रुपये में डोमेन नाम Buy कर सकते है। इस डोमेन को आप godaddy.com, sedo.co.uk या flippa.com पर सेल कर सकते हैं। sedo.co.ukafternic.comebay.com या अन्य डोमेन ऑक्शन वेबसाइट्स पर इस बात की रिसर्च आती रहती है कि कैसे कम कीमत में Hottest Domain Name खरीदे जाये। अच्छे डोमेन नाम प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छा रास्ता यह है कि आप टर्मिनेटेड डोमेन लिस्ट तैयार कर ले, जिसमे तमाम एक्सपायर्ड नाम भी शामिल होते हैं।
7. Theme making (थीम बनाना): अगर आप वेबसाइट डिजाइनिंग और कोडिंग में माहिर हैं तो आप वेब टेम्पलेट्स और वेब थीम बनाकर भी काफी  कमा सकते हैं ।  टेम्पलेट  मॉन्स्टर  और  थीम  फॉरेस्ट जैसी साईट पर जाकर आप अपनी थीम बेच सकते हैं ।
इसके अलावा कोडिंग और वेबमास्टर्स के अन्य मुद्दों के जरिये भी आप पैसे कमा सकते हैं । वेब सीएमएस (कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम), जैसे डुपाल या जूमला पर ऑफर लिया जा सकता है । अपने इंस्टालेशन से सहज होने के बाद आप दूसरों को मदद उपलब्ध करा सकते हैं ।
8. Online Share Trading: अगर आपको Business की अच्छी समझ है या फिर Business News देखना अच्छा लगता है तो आप Online share trading में हाथ आज़मा सकते हैँ। हालाँकि इस काम मेँ जोखिम भी है लेकिन अनुभव बढ़ने के साथ ही मुनाफा भी बढ़ता जाता है।
Bombay Stock Exchange (BSE)
How to start the share trading?:- सबसे पहले हमें एक Deemat account खुलवाना पढता है। बहुत सारी companies डीमैट एकाउंट खुलवाती हैं । जिस कंपनी की ब्रोकरेज (शेयर खरीदने-बेचने पर लगने वाला चार्ज ) सबसे कम हो उसी कंपनी में डीमैट खुलवाना चाहिये। इस समय ICICI ditect, Motilal oswal, Religare online, Raghunandan money, Kotek mahindra, 5paisa.com, Ventura sequrities और Angel broking आदि कंपनी डीमैट खाता खोलती हैँ। ज्यादातर कंपनी मुफ़्त मेँ ही खाता खोलती हैं, सिर्फ ट्रांजैक्शन के लिए एकाउंट में रुपये डालने पढ़ते हैं। एक बार खाता खोलने के बाद आप आराम से शेयर की खरीद-फरोख्त कर सकते हैँ । अगर आपने कोई शेयर Buy किया है तो शेयर का प्राइस बढ़ने पर आप मुनाफ़ा कमाते हैं और अगर आपने कोई शेयर Sell किया है तो शेयर का प्राइस गिरने पर आप मुनाफा कमाएंगे। इसी प्रकार इन कंपनियों में Commodity और Forex ट्रेडिंग भी की जा सकती है। सारी कंपनियों के ऊपर सेबी का शिकंजा कसा होने के कारण ट्रांजैक्शन में किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका बहुत ही काम हो जाती है।
9. Mobile application making: जैसे- जैसे Smartphone का चलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे मोबाइल के लिए apps बनाने के काम की भी डिमांड बढ़ती जा रही है । smartphone के लिए apps को डेवलप करना और बेचना इंटरनेट पर पैसा कमाने का जरिया बन रहा है । apps बनाने की कॉस्ट न के बराबर आती है । आज ऍप्स मेकिंग का बिज़नेस करोङो रुपये का कारोबार बन गया है ।
Mobile Application Development Service
10. Internet पर फ़ोटो की बिक्री: अगर आपकी दोस्ती कैमरे से है और आपको फोटोग्राफी का शौक है तो इंटरनेट पर ऑनलाइन अपने फ़ोटो की बिक्री करके भी रुपये कमाये जा सकते हैं । यहाँ कई लोग हैं जिन्हें आपके फ़ोटो कलेक्शन में रूचि हो सकती है । आज कल अपने फ़ोटो लोगों तक पहुँचाना बहुत ही आसान हो गया है । कई फ़ोटो संग्रह करने वाली एजेंसियां हैं जैसे - fotolia.comdreamstime.com और shutterstock.com आपको फ़ोटो के बदले पैसे का ऑफर देती हैं ।


11. Inbound call centre: कई कंपनियां जगह की कमी से जूझ रही हैं ज्यादातर मेट्रो सिटीज में स्थापित कंपनियां बाहर के लोगों से काम लेती हैं । इस तरह के कामो के लिए आप अपने घर पर इनबाउंड कॉल सेंटर खोल सकते हैं । आपको उन कंपनियों का अध्ययन करना है जो अपने काम की आउटसोर्सिंग करवाती हैं और inbound call center एजेंट्स को मौका देती हैं। आप एक से अधिक कंपनियों के लिए कम कर सकते हैं। यह आपका फुल टाइम या पार्ट टाइम जॉब बन सकता है, यह आपकी जरूरत पर निर्भर करता है।

12. वर्चुअल असिस्टेन्ट: छोटे बिज़नेस को चलाने के लिए बड़ी मदद की दरकार होती है, लेकिन लोग इसके लिए फुल टाइम एम्प्लॉय नहीं रखते। आप ऑनलाइन यह काम कर सकते हैं। वर्चुअल असिस्टेन्ट के रूप में आपसे यह उम्मीद की जाती है की आप एक ट्रेडिशनल सेक्रेटरी या असिस्टेन्ट की तरह अपना काम ऑनलाइन जिम्मेदारी से करें। जैसे ट्रेवल रिजर्वेशन,खर्चों का हिसाब किताब या बिल का हिसाब लगाना बगैरह।  यह काम आप घर बैठे भी कर सकते हैं। क्लाइंट से ऑनलाइन या फ़ोन पर बातचीत कर सकते हैं। आपकी विशेषज्ञता यह बात तय करेगी की आप कितने क्लाइंट बना सकते हैं।
13. Medical transcription: मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन में चिकित्सा विशेषज्ञों या डॉक्टरों द्वारा दिए गए मौखिक वक्तव्यों को लिखना होता है। इसमें हिस्ट्री और फिजिकल रिपोर्ट्स, क्लीनिकल नोट्स, कंसल्टेंट्स नोट्स, रिपोर्ट्स, लेटर्स, मनोवैज्ञानिकों का सुझाव  शामिल हो सकता है। इसके लिये आपको मेडिकल के क्षेत्र की जानकारी और तेज टाइपिंग स्पीड होनी चाहये।
14. youtube: यदि आपके भीतर कोई भी टैलेंट है, चाहे वह सिंगिंग, डांसिंग या एक्टिंग का  हो। आप फ़िल्म निर्माता, या कॉमेडियन भी हो सकते हैं। आप अपनी प्रतिभा अगर दुनिया के सामने प्रस्तुत करना चाहते हैं तो अपने टैलेंट की वीडियो youtube पर अपलोड कर सकते हैं। आपके वीडियो पेज पर दिखने वाले एड्स से आपको पे पर क्लिक के हिसाब से कमाई होगी। Youtube से कितनी कमाई होगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके किस प्रकार के विज्ञापन मिल रहे है, यदि आपकी website अमेरिका, ब्रिटेन जैसे बड़े देशों में देखी जा रही है तो आपकी कमाई अधिक होगी, क्योंकि यहाँ की कम्पनियां पर क्लिक अधिक पेमेंट देती हैं| अपने यहाँ की कम्पनियां विज्ञापन पर अपेक्षाकृत कम खर्च करती हैं| इसके लिए फ्लिक्सया और मीडियाफिक्स वेबसाइटस मददगार साबित हो सकती हैं।
15. एफिलिएट/रीसेलर: एफिलिएट उस व्यक्ति को कहते हैं, जो हर प्रोडक्ट को बेचने के लिए प्रमोट करने का कमीशन लेता है। वह यह काम या तो अपनी वेबसाइट पर करता है या फिर ईबे जैसी किसी अन्य जगह पर। आपको सिर्फ एक एफिलिएट प्रोग्राम के लिए कंपनी के साथ साइन अप करने की और उसके प्रोडक्ट की बिक्री अपने निर्दिष्ट लिंक से करनी होगी। कमीशन जंक्शन या क्लिक बैंक जैसी फर्म के पास इस तरह के प्रोडक्ट की बड़ी फेहरिस्त होती है। वे लोग जिन्हें बेचने के फंडे आते हैं उन लोगों के लिए यह पैसे कमाने का उत्तम साधन है।
16: गेट-पेड टू साईट प्रोग्राम:  वे लोग जिनके पास कोई खास स्किल नहीं है लेकिन वे पैसा कमाना चाहते हैं उन लोगों के लिए यह इंटरनेट से ऑनलाइन पैसे कमाने का साधन है। get paid to sites पर साइन अप करके तथा न्यूज़ लैटर के लिए, गेम खेलकर और ऑनलाइन सर्वे भरकर पैसा कमा सकते हैं। online survey बहुत आसान है। किसी सही पेड सर्वे साईट को चुनें  और सवालों का जबाव दें। खरीददारी से राजनीति तक टॉपिक्स की बहुत सारी रेंज है। भले ही इनका आपकी जिंदगी से कोई मतलब न हो, लेकिन ये आपको अच्छा जेब खर्च दे देती हैं। कांटेस्टटूविन एक भरोसेमंद जीपीटी वेबसाइट है।
17. अपने ब्रांड की बिक्री: अगर आपमें डिज़ाइन बनाने की योग्यता है तो आप अपनी डिज़ाइन को कैफेप्रेस जैसी वेबसाइट पर अपलोड कर सकते है और यदि कोई इस डिज़ाइन के लिए आर्डर देता है तो कंपनी उसे प्रिंट करके डिस्ट्रीब्यूट करने का काम करती है। आपकी डिज़ाइन टी-शर्ट्स, बैग, हैट किताबों, पोस्टरों, कैलैंडरों और ग्रीटिंग्स कार्ड्स बगैरह पर छापी जा सकती हैं। आपको इनकी बिक्री के आधार पर कमीशन मिल जाता है। इसके लिए लुलु और जैजल जैसी कुछ साइट्स हैं।

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