- चोर सरेआम चोरी की भैंसों के साथ निकल गए चैकपोस्ट से।
- ग्रामीणों ने लगाया पुलिस पर मिलीभागत कर चोरी कराने का आरोप।
- एटा प्रशासन के सीमा सील के नाटक की खुली पोल।
- जिलाधिकारी का आदेश जनपद की सीमा में नहीं घुस पायेंगे पैदल व वाहनों से, यात्री सीमा सील।
- गांव से एक किलो मीटर दूरी पर है पुलिस की चैक पोस्ट।
- पुलिस बोली भारी संख्या में लोग आ रहे हैं, न पैसा है और न काम है, वह चोरी नहीं करेंगे तो क्या करेंगे?
एटा। 17 मई, जनपद के थाना बागवाला क्षेत्र के ग्राम-जीसुखपुर में बीती रात्रि अज्ञात बदमाशों ने एटा अलीगंज के प्रमुख मार्ग पर स्थित गांव जीसुखपुर में भूदेव राना के आवास से रात्रि 11 बजे तीन भैंसों को चोरी कर लिया। घटना के समय भूदेव भैंसों की रखवाली के लिए भैंसों के पास सो रहे थे। बदमाशों ने उसके साथ कुछ ऐसा किया कि वह भैंस चोरी करके ले जाते रहे और वह सोता रहा।। इससे पूर्व भी चोर कई बार गांव में भैंसों की चोरी व चोरी का प्रयास करते रहे हैं, किन्तु वह बीते दो वर्षों से कामयाब नहीं हो पाये थे।
पीड़ित भूदेव राना ने बताया कि चोरी के तुरंत बाद मैंने थाना पुलिस व 112 पुलिस को फोन मिलाया कई बार फोन मिलाने से प्रयास के बाद भी मेरा फोन नहीं लगा। अगर समय से फोन मिल जाता तो मेरी भैंसे चोरी होने से बच जाती।
उन्होंने यह भी बताया कि चोरों ने भैंसे चोरी करने के बाद घर के पास स्थित हाकिम के घर के बाहर बने चबूतरे पर मैक्स पिकअप में भैंसों को लादकर ले जाया गया है।
रात्रि में पुलिस के घटना की सूचना के डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंचने पर ग्रामीणों में पुलिस के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। थानाध्यक्ष बागवाला विपिन त्यागी ने बताया की घटना चोरी की प्रतीत होती है। जिस स्थान से चोरी हुई है वहां पर युवक भूदेव के साथ उसका पूरा परिवार भी सोया हुआ था।
युवक चोरों द्वारा कोई नशा करा कर बेहोश किए जाने की लक्षण नजर नहीं आये हैं। पूरा परिवार वहां सोता रहा और चोरी हो गयी।
पुलिस चोरी की जांच कर पता लगाने का प्रयास कर रही है।
वही रात में चोरों द्वारा चैकिंग के बाद भी भैंसों के वाहन से ले जाने पर उन्होंने कहा कि रात में चलने वाले वाहनों की पुलिस द्वारा चेकिंग की जाती है चोरों का भैंसों को दूर ले जाना संभव नहीं।
चोरों की सूचना के बाद घटना स्थल पर पहुंची डायल 112 पुलिस ने पीड़ित से कहा कि अब चोरियाँ तो होगीं ही बाहरी जनपदों से लाखों की संख्या में लोग अपने-अपने घरों को वापस आ रहे हैं पैसा उनपर है नहीं तो वह चोरी नहीं करेंगे तो क्या करेंगे। दिन रात सड़कों पर लोग निकल रहे हैं कौन चोर है कौन नहीं यह कैसे पता चले।
आपको बताते चलें पूरे देश में कोविड-19 की चल रही महामारी के चलते बीते दिन औरैया में प्रवासियों की एक्सीडेंट से हुई मौत के बाद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा सभी जिलों के जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इन प्रवासियों के जनपद की सीमा में घुसने पर रोक लगाने एवं सीमा पर ही रोककर जांच के बाद उनके गंतव्य तक वाहन से पहुंचाने के आदेश जारी किए गए थे।
इसी क्रम में बीते दिन एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह और जिलाधिकारी सुखलाल भारती जनपद की सीमाओं में पैदल तथा वाहनों से बेवजह घुसने वालों तथा बिना काम के घूमने वालों पर पूर्णतःरोक लगा दी गयी तथा उसका कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया
जिसकी सयुंक्त अधिकृत विज्ञप्ति जिला प्रशासन द्वारा जारी की गयी है।
किंतु एटा जनपद में बीती रात्रि प्रमुख मार्ग पर घटी इस चोरी की घटना ने जनपद पुलिस की वार्डर सील, चैकिंग, थाना तथा थाना वार्डर चैकिंग पुलिस गस्त चैकिंग आदि चाक चौबन्द व्यवस्था की कलई खोज दी है।
बीते दिनों भी बागबाला थाना क्षेत्र से ही लाॅकडाउन में शराब बंदी के दौरान एक रिटायर्ड पुलिस कर्मी को दूसरे थाने की सीमा में अवैध देशी शराब सहित प्रवेश करने पर गिरफ्तार किया गया था।
वह भी स्कार्पियो बागबाला क्षेत्र से ही आयी थी और उस घटना में पुलिस अधीक्षक एटा सुनील कुमार सिंह ने होम डिलीवरी किए जाने अपनी प्रेस वार्ता में पुष्टि की थी। किंतु प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ही उक्त मामले को ठंडे बस्ते में दफन कर दिया अगर यह शराब कहां से तथा किन किन स्थानों की सीमा से होकर गुजरी थी उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती तो शायद अराजक तत्व कोई भी गलत कार्य करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते और जनपद में लगातार हो रही चोरी लूट अवैध कब्जा शराब तस्करी आदि की घटनाएं स्वतः ही रुक जाती।
आखिर जनपद में लगातार लॉक डाउन के दौरान जब लोगों के घरों से निकलने पर रोक लगी है ऐसे में बढ़ रही घटनाओं के लिए जिम्मेदार कौन है?
रिपोर्टर-
अर्जुन मिश्रा, एटा
रिपोर्टर-
अर्जुन मिश्रा, एटा
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