राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना 27 सितम्बर, 1925 को डा0 केशवराव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर की थी, लेकिन 90 साल बाद अभी तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक नाम की कोई भी संस्था भारत में पंजीकृत नहीं है, इसी का लाभ उठाते हुए संघ के गृहनगर नागपुर में ही संघ के समान्तर "संघ" को बनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं | एक समाजसेवी ने चैरिटी कमिशनर को " राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ" के नाम से संस्था के पंजीकरण का प्रस्ताव दिया है | इस पर 8 सितम्बर को सुनवाई होनी है| नागपुर से सामाजिक कार्यकर्त्ता व प्रस्तावित संस्था के अध्यक्ष जनार्दन मून ने चैरिटी कमिशनर के यहाँ आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किये है| आवेदन पर नागपुर के सहायक चैरिटी कमिशनर ने 8 सितम्बर का दिन सुनवाई के लिए तय किया है| मून के अनुसार संस्था की स्थापना देशहित व मानव कल्याण को ध्यान में रखकर की गयी है | संस्था का उद्देश्य भेदभाव, गलत प्रथा और अन्धविश्वास के खिलाफ प्रचार-प्रसार कर जनसाधारण को जागरूक करना है | उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रीय शब्द होने के बावजूद पंजीयन में कोई व्यवधान नहीं आएगा| महाराष्ट्र सरकार की और से 22 दिसंबर, 2015 को जारी परिपत्रक के तहत संस्था के नाम में भारतीय शब्द नहीं जोड़ा जा सकता है|
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे में जानकारी एक नजर में-
राष्ट्र्रीय स्वयं सेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन है, और भारतीय जनता पार्टी को संघ की राजनीतिक इकाई कहा जाता है | अटल बिहारी बाजपेयी, लाल कृष्ण आडवानी, मुरली मनोहर जोशी और नरेन्द्र मोदी जैसे आदि बीजेपी के तमाम बड़े व छोटे नेता किसी समय संघ के निष्ठावान प्रचारक रहे हैं | संघ अटल व मोदी के रूप में देश को दो ईमानदार प्रधानमंत्री भी दे चुका है | आज देश के अधिकतर प्रान्तों में संघ समर्थित सरकारें हैं |
संस्थापक - डा0 केशवराव बलिराम हेडगेवार
स्थापना - 27 सितम्बर, 1925
मुख्यालय - नागपुर
सरसंघचालक - श्री मोहन भागवत (21 मार्च, २००९ से अब तक)
शाखाएं - 56,859
देखतें है आगे क्या होता है?
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