- ग्रामीण कर रहे हैं तारीफ।
- सरकारी कार्य सिर्फ आंकड़े बाजी तक सीमित।
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गांव को निजी खर्च पर सेनेटाइज करता युवक राजेन्द्र सिंह |
एटा। 16 मई, जहाँ सरकार कोरोना महामारी को रोकने के लिए दावे दर दावे कर रही है, लेकिन यह दावे ज्यादातर स्थानों पर सिर्फ कागजी आंकड़े बाजी तक ही सीमित नज़र आ रहे हैं। शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों के आने से कोरोना महामारी फैलने की संभावनाएं प्रबल होती जा रही हैं।
वहीं महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाये जा रहे हैं। सरकारी कर्माचारियों द्वारा रोकथाम के सिर्फ कागज़ों में फर्जी आंकड़े प्रस्तुत कर लीपा-पोती की जा रही है। जिसका जीता-जागता उदाहरण गांव की जनता हैं।
इसी क्रम में सरकार की उपेक्षा के चलते गांव के एक व्यक्ति राजेन्द्र सिंह निवासी-नहर पुल, जिरसिमी, एटा ने अपने आसपास नगला रनुआ, नगला समल, नगला कदम, चांदपुर सहित आधा दर्जन गांव को अपने निजी खर्च पर सैनेटाइज करने का संकल्प लिया है। वहीं देशहित एवं जनहित में सैनेटाईज कराके कोरोना से बचाव में लगा है।
अगर ऐसे ही क्षेत्र में समाज सेवी एवं अन्य लोग इस कार्य में जुट जाएं तो इन गांवों को कोरोना मुक्त करने में खासी मदद मिलेगी।
रिपोर्टर-
अर्जुन मिश्रा
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